MBBS की फुल फॉर्म क्या होती है?
MBBS की अंग्रेजी में फुल फॉर्म Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery होती है और इसे हिंदी में चिकित्सा स्नातक और शल्य चिकित्सा स्नातक के नाम से जाना जाता है।
MBBS का मतलब क्या होता है?
MBBS मेडिकल क्षेत्र मे एक स्नातक डिग्री का पाठ्यक्रम है। इसे सफलता पूर्वक करने के बाद उम्मीदवार डॉक्टर बन सकता है। डॉक्टर बनने के बाद आपको एक अच्छी आय और अधिक सम्मान मिल सकता है। MBBS के पाठ्यक्रम में शरीर रचना विज्ञान, फार्माकोलॉजी, पैथोलॉजी में सामुदायिक स्वास्थ्य, चिकित्सा, बाल चिकित्सा और सर्जरी अध्ययन के रूप में शामिल किया गया है। MBBS को सरकारी और प्राइवेट दोनों कॉलेज से किया जा सकता है। यदि सरकारी कॉलेज से यह कोर्स करते है तो इसमें लगभग प्रतिवर्ष 50 हज़ार से 2 लाख तक का खर्चा आ सकता है। यदि यही कोर्स किसी प्राइवेट कॉलेज से करते है तो इसमे लगभग 9 लाख से 12 लाख तक का खर्च आ सकता है। यदि आपकी आर्थिक स्थिति सही नहीं है तो आपको सरकारी कॉलेज से MBBS का कोर्स करना चाहिए। MBBS के लिए प्रवेश AIIMS के द्वारा भी प्रदान किया जाता है। AIIMS में प्रवेश प्राप्त करने के लिए छात्रों को बहुत अधिक मेहनत करने की आवश्यकता होती है। जिन छात्रों को इंट्रेंस एग्जाम में अच्छे अंक प्राप्त होते है उन्हें आसानी से AIIMS में प्रवेश प्राप्त हो जाता है ।
MBBS प्रवेश परीक्षा कैसे होती है?
MBBS की प्रवेश परीक्षा का संचालन अब NEET द्वार किया जाता है और इसमें भारत के लगभग सारे सरकारी एवं प्राइवेट मेडिकल कॉलेज शामिल है। MBBS के लिए AIIMS, JIPMER और AFMC द्वारा अलग से भी प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है। भारत के किसी भी मेडिकल कॉलेज मे प्रवेश लेने के लिए छात्रों को NEET की प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होना पड़ेगा और उसके बाद ही उसे MBBS Course मे प्रवेश मिल सकेगा।
MBBS करने के लिए योग्यता क्या है?
- MBBS करने के लिए बारवीं कक्षा में भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान विषय होने चाहिए।
- बारवीं कक्षा में उम्मीदवार को कम से कम 50% से पास होना होगा और रिज़र्व जाती के उम्मीदवारों के लिए 45% से पास होना अनिवार्य है।
- MBBS बनने के लिए उम्मीदवार आयु कम से कम 17 साल और ज्यादा से ज्यादा 25 साल होनी चाहिए। अगर उम्मीदवार रिज़र्व जाती से है तो वो 30 साल की आयु तक MBBS के लिए आवेदन कर सकता है।
- 10 + 2 कक्षा पूरी होने के बाद उम्मीदवारों को NEET परीक्षा के लिए उपस्थित होना पड़ता है। यह परीक्षा CBSE शैक्षिक बोर्ड द्वारा आयोजित की जाती है और NEET की परीक्षाओं में उपस्थित होने के लिए पात्रता कक्षा 10+2 में छात्र के प्रदर्शन पर निर्भर करती है।
MBBS पाठ्यक्रम की अवधि कितनी होती है?
MBBS पाठ्यक्रम की अवधि 5.5 वर्ष होती है और इसमें 4.5 वर्ष की शैक्षणिक शिक्षा+1 वर्ष अनिवार्य इंटर्नशिप करनी होती है।
MBBS करने के बाद के विभिन्न अवसर क्या है?
- चिकित्सक
- फिजियोलॉजिस्ट
- मनो चिकित्सक
- रेडियोलॉजिस्ट
- जीवाणुविज्ञानी
- हृदय रोग विशेषज्ञ
- कायरोपोडिस्ट
- त्वचा विशेषज्ञ
- एंटरोलॉजिस्ट
- स्त्री रोग विशेषज्ञ
- न्यूरोलॉजिस्ट
- पोषण विशेषज्ञ
- प्रसूति विशेषज्ञ
- हड्डी रोग विशेषज्ञ
- बाल रोग विशेषज्ञ
- रोग विज्ञानी
- सर्जन
- ई.एन.टी विशेषज्ञ
- मुख्य चिकित्सक अधिकारी
- गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट
- सामान्य चिकित्सक
- अस्पताल में प्रशासक
- रेजिडेंट चिकित्सक अधिकारी
- चिकित्सा प्रवेश अधिकारी
- नैदानिक प्रयोगशाला वैज्ञानिक
- एनेस्थेटिस्ट
- एनेस्थिसियोलॉजिस्ट
MBBS करने के बाद रोजगार के क्षेत्र कौनसे है?
- पॉली क्लिनिक
- स्वास्थ्य केंद्र
- प्रयोगशाला
- मेडिकल कॉलेज
- निजी अस्पताल
- मेडिकल फाउंडेशन
- बायोमेडिकल कंपनिया
- अनुसन्धान संस्थान
- फार्मास्युटिकल और बायोटेक्नोलॉजी कंपनियां
- सरकारी अस्पताल