MATHS की फुल फॉर्म क्या होती है?
MATHS की अंग्रेजी में फुल फॉर्म Mathematics होती है और इसे हिंदी में गणित कहा जाता है।
MATHS क्या होती हैं?
गणित ऐसी पाठ्यक्रमो का समूह है जो संख्याओं, मात्राओं, परिमाणों, रूपों और उनके आपसी रिश्तों, गुण, स्वभाव इत्यादि का अध्ययन करता हैं। यह एक निराकार और निगमनात्मक प्रणाली होती है। गणित की कई शाखाएं होती हैं। अंकगणित, रेखागणित, त्रिकोणमिति, सांख्यिकी, बीजगणित, कलन, आदि गणित की शाखाएं है। गणित में खोज करने वाले व्यक्ति को गणितज्ञ कहा जाता है। मैथमेटिक्स को शॉर्ट में मैथ भी कहा जाता है। यह एक ऐसा विषय होता है जिसमे अभ्यर्थियों को कठिन से कठिन सवालों को हल करना पड़ता है। यह एक कठिन विषय भी माना जाता है।
गणित का इतिहास क्या है?
यह एक बहुत ही आवश्यक और पुरान विषय है, यह एक ऐसा विषय है जिसे Greek के लोगों के द्वारा 600 से 300 BC में दुनिया के सामने लाया गया था। इसके बाद कुछ इसे महान हस्तियों ने गणित को दुनिया के सामने पेश करने का कार्य किया था। उनमें से कुछ विषय है: Arabic Hindu number system जिसे Leonardo pisano Bigollo आदि। इसके आधार पर अभ्यर्थियों का भविष्य भी टिका होता है। गणितज्ञ आर्यभट्ट गणित ने शून्य संख्या की खोज की थी।
गणित का वर्गीकरण:
अनुप्रयुक्त गणित
विज्ञान, अर्थशास्त्र और अन्य कई क्षेत्रों में प्रयोग किया जाने वाला गणित प्रायोगिक गणित है। इसमें अध्ययन की जाने वाली गणितीय समस्याओं का स्रोत किसी और क्षेत्र में होता है इसके अन्तर्गत यंत्रशास्त्र, भूमापन, भूपदार्थ विज्ञान, ज्योतिष आदि विषय मौजूद है।
शुद्ध गणित
शुद्ध गणित स्वयं गणित में उपजी उन समस्याओं का हल ढूंढता है। इनका अन्य क्षेत्रों से सीधा सम्बन्ध नहीं है कई बार समय के साथ-साथ शुद्ध गणित के अनुप्रयोग मिलते जाते हैं। इस प्रकार से उसका कुछ हिस्सा प्रायोगिक गणित में भी आता जाता है। यह शुद्ध गणित के अंतर्गत, बीजगणित, ज्यामिति और संख्या सिद्धांत आदि आते हैं फ़रमा का प्रसिद्ध प्रमेय, संख्या सिद्धांत का ही है।
मुख्य गणितज्ञ:
- अल्-ख्वारिज्मी
- डी’एलम्बर्ट
- आर्कीमीडीज
- जॉर्ज बूल
- जॉर्ज कैण्टर
- हैमिल्टन