ITBP की फुल फॉर्म क्या होती है?
ITBP की अंग्रेजी में फुल फॉर्म Indo-Tibetan Border Police है। इसे हिंदी भाषा में भारतीय अर्धसैनिक बल कहा जाता है।
ITBP क्या होता है?
यह अन्य सैन्य बलों की भांति यह बल भी अनेक प्रकार से देश को सुरक्षा प्रदान करता है। भारत और चीन के भीषण संघर्ष के बाद भारत की उत्तरी सीमाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल का गठन किया गया था। ITBP बटालियनों की संख्या में धीरे-धीरे वृद्धि हुई है। ITBP में वर्तमान में 56 सेना बटालियन, 4 विशेषज्ञ बटालियन, 17 प्रशिक्षण केंद्र और 07 रसद प्रतिष्ठान। इसमें 90,000 कर्मी वर्तमान में लगभग की स्वीकृत ताकत हैं।
यह शून्य से भी 45 डिग्री नीचे के बारे में चिलचिलाती सर्दीली जगहों, अथाह घाटियों, दुर्गम गड्ढों, अंधियारी नदियों, खतरनाक ग्लेशियरों, पथरीली ढालों और अदृश्य प्राकृतिक खतरों के बीच आईटीबीपी के जवान है। इसमे अधिकारी अपने सेवा काल का एक बड़ा हिस्सा हैं।
ITBP का इतिहास क्या है?
इसकी स्थापना अक्टूबर 24, 1962 में भारत-तिब्बत सीमा को चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र से रक्षा हेतु की गई थी। इसके आरम्भ में इसकी मात्र चार बटालियन की अनुमत थीं जिन्हें बाद में 1976 में बल की कार्य-सीमा बढ़ाने पर 1978 में बढ़ोतरी की गई थी।
ITBP के कार्य क्या है?
- इस बल का प्रमुख कार्य भारत-तिब्बत सीमा की निगरानी और सुरक्षा करना, सीमावर्ती लोगों को सुरक्षा प्रदान करना है। यह महत्वपूर्ण लोगों की रक्षा और आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों का निर्वहन और आपदा का प्रबंधन करना है।
- उत्तरी सीमाओं पर सतर्क, सीमा उल्लंघन का पता लगाने और रोकथाम, और स्थानीय आबादी के बीच सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देना है। यह अवैध आव्रजन और सीमा पार तस्करी की जांच भी करता है।
- संवेदनशील प्रतिष्ठानों और धमकाने वाले वीआईपी को सुरक्षा प्रदान करना है। यह किसी भी क्षेत्र में गड़बड़ी की स्थिति में आदेश को पुनर्स्थापित और संरक्षित करना है।
- यह बल इस सीमा पर काराकोरम दर्रा से लिपुलेख दर्रा और भारत-नेपाल-चीन त्रि संगम तक 2115 कि॰मी॰ की लम्बाई पर फैली हुई सीमा की रक्षा करना है।
ITBP द्वारा किए गए प्रमुख ऑपरेशन:
- इस सेना ने 1965 में भारत पाक संघर्ष में हिस्सा लिया। दुश्मनों से लड़कर ITBP ने उन्हें युद्ध क्षेत्र से बाहर भगा दिया था। पाकिस्तानी घुसपैठियों और सैनिक बलों को समाप्त करने के लिए तलाशी अभियान को अंजाम भी दिया है। यह प्रमुख प्रतिष्ठानों को सुरक्षा भी प्रदान करता है।
- वर्ष 1971 के युद्ध में इसकी दो पलटनों ने श्रीनगर और पुंछ क्षेत्र में घुसपैठियों के ठिकानों के अनेक क्षेत्रों की पहचान बनाने का कार्य करता है। यह उन्हें नष्ट करने के विशेष कार्य को अंजाम दिया जाता है।
- 2003 में मंत्री समूह की संस्कृति जिसका मतलब ‘एक सीमा एक बल’ होता है। इस कार्य को अंजाम देने के लिए आईटीबीपी को असम और अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन के पूर्वी क्षेत्र का उत्तरदायित्व भी सौंपा गया था।
ITBP में भर्ती होने की प्रक्रिया:
इसके लिए हर साल कई अलग-अलग श्रेणियों में भर्तियों के लिए परीक्षा आयोजित की जाती है। इसमें से कुछ एसएससी के माध्यम से और कुछ यूपीएससी के माध्यम से आयोजित की जाती है। इसमें कई प्रकार के शारीरिक मापदण्डों के अनुसार पुरुषों व महिलाओं के लिए अलग-अलग प्रकार की भर्तियां निकाली जाती है। ITBP में दाखिला लेने के लिए आपको ३ चरणों में उत्तीर्ण होना पड़ता है। आईटीबीपी सिलेक्शन में उमीदवार को शारीरिक परीक्षा, लिखित परीक्षा, मेडिकल चिकित्षा परीक्षण देना होता है आईटीबीपी के पास अलग-अलग ग्रेड और प्रत्येक ग्रेड के लिए अलग-अलग पात्रता व मापदंड शामिल है। आईटीबीपी के अंतर्गत अलग-अलग तरह की भर्तियां निकाली जाती है। इसमें कॉन्स्टेबल, हेड कांस्टेबल, हवलदार, सब इंस्पेक्टर, इंस्पेक्टर, असिस्टेंट कमांडेंट, आदि जैसी भर्ती निकली जाती है।